दुनिया के दूसरे सबसे दौलतमंद व्यक्ति एलन मस्क भारत आने वाले हैं। इस दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात होने की उम्मीद है। वह दो दिन भारत में रुकेंगे। मस्क भारत में निवेश योजनाओं की बड़ी घोषणा कर सकते हैं। इसमें टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री से जुड़ी योजना शामिल है। हालांकि, बात सिर्फ इलेक्ट्रिक कार बिजनेस की एंट्री तक सीमित नहीं है। मस्क अपना सैटेलाइट इंटरनेट बिजनेस – स्टारलिंक भी लाना चाहते हैं। यह देश में इंटरनेट का गेम चेंज करने की कुव्वत रखता है। यानी प्लान के अनुसार सबकुछ चला तो मुकेश अंबानी की जियो और सुनील मित्तल की भारती एयरटेल के सामने धंधे की सबसे बड़ी चुनौती पेश हो सकती है। आइए, यहां समझने की कोशिश करते हैं कैसे?
स्टारलिंक पृथ्वी की निचली कक्षा में 6000 से ज्यादा सैटेलाइट का एक समूह है। यह केबल के बिना इंटरनेट कवरेज मुहैया कराता है। इंटरनेट भौतिक केबलों के माध्यम से आप तक पहुंचता है। दरअसल, अभी आपके घर तक ब्रॉडबैंड अंडरग्राउंड केबल के जरिये पहुंचता है। इसी तरह फोन पर इंटरनेट आस-पास मौजूद सेल टावरों के माध्यम से आप तक पहुंचता है। यह भी केबल के जरिये जुड़े होते हैं।
हालांकि, स्टारलिंक के मामले में सैटेलाइट ग्राउंड स्टेशन की मदद से सीधे इंटरनेट प्रोवाइड करते हैं। सिग्नल हवा के माध्यम से ट्रांसमिट होते हैं। इस तरह तारों या केबलों की कोई जरूरत नहीं होती है।
इसका यह भी मतलब यह है कि स्टारलिंक देश के दूर-दराज के हिस्सों में इंटरनेट प्रदान कर सकता है जहां जियो या एयरटेल जैसे टेलीकॉम प्लेयर टावर स्थापित नहीं कर पाए हैं। कारण है कि केबल और सेल टावर लगाने की इंफ्रास्ट्रक्चर कॉस्ट उन क्षेत्रों से होने वाली कमाई से कहीं अधिक होगी।