एक्टर अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को लेकर आज दिनभर ड्रामा चला। दोपहर में जहां पुलिस ने एक्टर अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया तो वहीं शाम तक उन्हें हाई कोर्ट ने बेल भी मिल गई। वहीं इस पूरी घटना को लेकर बीआरएस और बीजेपी के नेताओं ने सरकार की आलोचना की है। दरअसल, पिछले सप्ताह सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म ‘पुष्पा-2 द रूल’ की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी। इसी मामले में आज पुलिस ने एक्टर अल्लू अर्जून को गिरफ्तार किया था। हालांकि उन्हें अग्रिम जमानत पर छोड़ दिया गया है।
बीआरएस नेता केटी रामाराव ने एक्टर अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी की निंदा की। उन्होंने इसे शासकों की असुरक्षा का प्रतिबिंब बताया और तर्क दिया कि अभिनेता के साथ सामान्य अपराधी के जैसा व्यवहार करना अन्यायपूर्ण था। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में केटीआर ने पीड़ितों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की, लेकिन इस घटना से निपटने के सरकार के तरीके पर उन्होंने सवाल उठाया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अभिनेता इस हादसे के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं थे। इसके साथ ही उन्होंने इस स्थिति से निपटने में सरकार के अभद्र व्यवहार की आलोचना की।
वहीं भाजपा सांसद बंदी संजय कुमार ने भी इस पूरी घटना की आलोचना की। उन्होंने एक्टर अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को कुप्रबंधन और अनादर का एक घृणित कार्य बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता अल्लू अर्जुन को कपड़े बदलने का समय दिए बिना सीधे उनके बेडरूम से उठा लिया जाना, कुप्रबंधन और अनादर का एक घृणित कार्य है। उनके साथ बेहतर से पेश आना चाहिए था। संध्या थिएटर में भगदड़ में एक महिला की दुखद मौत अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन यह भारी भीड़ को प्रबंधित करने में कांग्रेस सरकार की विफलता को ही रेखांकित करती है। आइकन स्टार और उनके प्रशंसक अराजकता के नहीं, सम्मान के पात्र हैं।