लाडली बहना योजना की अपार सफलता के बाद राज्य सरकार पुरुषों को लुभाने के लिए लाडला भैया योजना शुरू करने पर विचार कर रही है। इस योजना के बारे में संकेत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को अपनी टीकमगढ़ यात्रा के दौरान दिया। जहां उन्होंने राखी के त्योहार के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रमों में भाग लिया। लाडली बहना योजना में प्रत्येक महिला को 1250 रुपये की सीधी नकद सहायता मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तावित योजना के तहत राज्य में स्थापित होने वाले उद्योगों में उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे। मध्य प्रदेश में कुशल युवाओं की कोई कमी नहीं है और उन्हें बस सही अवसर की जरूरत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश आकर्षित करने के लिए प्रदेश में रीजनल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में ग्वालियर और सागर में भी इन्वेस्टर समिट होगी।इसके परिणामस्वरूप राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न उद्योग स्थापित होंगे। उन्होंने कहा, इन उद्योगों के माध्यम से हमारी लाडली बहनों और भैयाओं को रोजगार मिलेगा और वे आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। यादव ने कहा कि रक्षा बंधन जैसे त्योहार के महत्व का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अतीत में बहनों के ‘रक्षा सूत्र’ ने रिश्तों को बचाया है और यहां तक कि हथियार डाल कर युद्धों को भी खत्म किया है। राज्य में 25,000 से अधिक स्थानों पर रक्षा बंधन के उत्सव के रूप में बहनों के खातों में 1500 रुपये हस्तांतरित किए गए। 1.39 करोड़ लाडली बहनों को 250 रुपये की उपहार राशि के साथ 1,250 रुपए यानी कि कुल 1500 रुपए अकाउंट में भेजे गए।