महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी के तीनों दल कांग्रेस, एनसीपी (शरद) और शिवसेना (उद्धव) आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं। तीनों ही पार्टियों में सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा शुरू हो गई है, लेकिन कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा अब इसका फैसला एक सर्वे से होगा। तीनों ही दलों ने संयुक्त रूप से एक नोडल एजेंसी को नियुक्त किया है, जो महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों का सर्वे करेगी। सर्वे से यह पता लग सकेगा कि कौन सी पार्टी राज्य में कितनी सीटों पर चुनाव जीत सकती है। कहां किस पार्टी का उम्मीदवार जीत सकता है। इसी सर्वे के आधार पर तीनों दलों में सीटों का बंटवारा होगा।
सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में तीनों ही दलों को बड़ी सफलता हाथ लगी थी। जिसके बाद अब तीनों दल आगामी विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि तीनों ही दलों के नेता समय-समय पर यह कहते आए हैं कि महाविकास आघाडी में विधानसभा के लिए सीटों का बंटवारा मेरिट के आधार पर होगा और अब मेरिट का पैमाना बनाने के लिए इन दलों ने एक नोडल एजेंसी को नियुक्त किया है। जो बहुत जल्द तीनों पार्टियों के लिए राज्य में सर्वे शुरू करने वाली है। दरअसल तीनों ही पार्टियों ने यह सर्वे इसलिए कराने का फैसला किया है, ताकि सीटों के बंटवारे में किसी भी तरह के आपसी वाद विवाद से बचा जा सके।सूत्रों के मुताबिक प्राथमिक चर्चा में कांग्रेस 105 से 110, उद्धव शिवसेना 90 से 95, एनसीपी शरद पवार 70 से 75 और समाजवादी पार्टी,लेफ्ट पार्टीया ,शेतकरी कामगार पार्टी जैसे अन्य छोटे सहयोगी के लिए 10 से 12 सीटें छोड़ी जाये यह कांग्रेस की रणनीति है। नोडल एजेन्सी के सर्वे के बाद सीट शेयरिंग पर चर्चा शुरू होगी।