महाराष्ट्र के नागपुर में मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा है। यहां नई सरकार के विधायक मंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। इस बार विधायकों को सिर्फ ढाई साल के लिए ही मंत्री बनाया जाएगा। ये महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का नया फॉर्मूला है, जिसमें ढाई साल बाद फिर मंत्री बदल सकते हैं।
नितेश राणे ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे के पुत्र हैं। इसके अलावा आकाश फुंडकर ने भी मंत्री पद की शपथ ली है।मकरंद पाटिल ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह 2009 में वाई से निर्दलीय चुनाव जीते थे। 3 बार सिन्नर से विधायक रहे हैं। 2014 और 2019 में एनसीपी के टिकट पर जीते हैं।भारत गोगावले ने मंत्री पद की शपथ ली है। राजगढ़ जिले के महाड से शिंदे गुट के विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के करीबी माने जाते हैं।प्रताप सरनाईक ने मंत्री पद की शपथ ली है। मराठा समुदाय से आते हैं। 2009 से लगातार जीत हासिल की है। ठाणे की ओवला माजीवाड़ा से विधायक हैं। 2008 में एनसीपी से शिवसेना में आए।
संजय शिरसाट ने मंत्री पद की शपथ ली। एकनाथ शिंदे के करीबी सहयोगी हैं। शिवसेना तोड़ने वाले नेताओं में शामिल हैं। औरंगाबाद पश्चिम से चुनाव जीता है। 4 बार के विधायक हैं।संजय सावकारे ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह 2014 में एनसीपी से बीजेपी में आए थे। जलगांव के भुसावल से बीजेपी विधायक हैं। वह 2009 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं।नरहरि झिरवाल उत्तर महाराष्ट्र के डिंडोरी से विधायक हैं। वह तीसरी बार चुनाव जीते हैं।जयकुमार गोरे ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह कुनबी मराठा समुदाय से आते हैं। चौथी बार विधायक चुने गए हैं। 2019 में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे। सतारा जिले के मान से बीजेपी के विधायक हैं।शिवेंद्र राजे भोंसले ने मंत्री पद की शपथ ली। वह छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज हैं। पश्चिम महाराष्ट्र के मराठा नेता हैं, 2004 से सतारा शहर से विधायक, 2019 में एनसीपी से भाजपा में आए। इसके अलावा माणिकराव कोकाटे ने शपथ ली है। वह नासिक के सिन्नर से एनसीपी विधायक हैं और चौथी बार चुनाव जीते हैं।
दत्तात्रेय भरणे ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह धनगर समाज से आते हैं। उद्धव सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पुणे की इंदापुर सीट से विधायक हैं। इसके अलावा अदिति सुनील तटकरे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वह श्रीवर्धन सीट से एनसीपी (अजित पवार) की विधायक हैं। शंभूराज देसाई और आशीष शेलार ने ली मंत्री पद की शपथ
शंभूराज देसाई ने मंत्री पद की शपथ ली है। एकनाथ शिंदे के करीबी माने जाते हैं। वह मराठा समुदाय से आते हैं। शिंदे ने उन्हें एक्साइज मिनिस्टर बनाया था। इसके अलावा आशीष शेलार ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वह फडणवीस की पिछली सरकार में मंत्री थे। मुंबई की बांद्रा पश्चिम से बीजेपी विधायक हैं। मुंबई में बीजेपी के मराठा नेता हैं।
अतुल सावे ने मंत्री पद की शपथ ली है। 2019 में फडणवीस ने भी मंत्री बनाया था। AIMIM के इम्तियाज को हराकर विधानसभा पहुंचे हैं। इसके अलावा अशोक उईके ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वह रालेगांव से विधायक हैं और आदिवासी समाज से ताल्लुक रखते हैं। वह 2014 से लगातार विधायक हैं।पंकजा मुंडे ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय संभाल चुकी हैं। वह महाराष्ट्र विधान परिषद की सदस्य हैं।
जयकुमार रावल बीजेपी विधायक हैं। वह 2016 में पहली बार मंत्री बने थे। पर्यटन मंत्रालय भी संभाल चुके हैं। राजपरिवार से संबंध रखते हैं।
मंगल प्रभात लोढ़ा ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह पिछली सरकार में पर्यटन कौशल विकास मंत्री थे। वह बीजेपी के बड़े मारवाड़ी नेताओं में एक हैं और मूल रूप से जोधपुर के रहने वाले हैं। इसके साथ ही उदय सामंत ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वह 2019 में उद्धव सरकार में मंत्री रहे हैं। वह मराठा समुदाय से आते हैं।
धनंजय मुंडे ने मंत्री पद की शपथ ली है। शिंदे कैबिनेट में वह कृषि मंत्री थे। वह ओबीसी (बंजारा) समुदाय से आते हैं। वह अजित पवार के बेहद करीबी हैं।
दादा भुसे और संजय राठौड़ ने ली मंत्री पद की शपथ
दादा भुसे और संजय राठौड़ ने मंत्री पद की शपथ ली है। दादा भुसे को महाराष्ट्र का बड़ा नेता माना जाता है। संजय ओबीसी समुदाय के बड़े नेता हैं। शिंदे सरकार में वन विभाग के कैबिनेट मंत्री थे।
बीजेपी नेता गणेश नाईक ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह ठाणे के ऐरोली से विधायक बने हैं। ठाणे जिले में आगरी समाज के अनुभवी OBC नेता हैं। शिवसेना से NCP, फिर बीजेपी में आए। 2004-19 के बीच बेलापुर के विधायक रहे। कांग्रेस-NCP सरकार में एक्ससाइज मंत्री थे। श्रम मंत्रालय भी संभाल चुके हैं। ठाणे, नवी मुंबई के पिछड़े वोट पर पकड़ है।
गुलाबराव पाटिल ने ली मंत्री पद की शपथ
शिवसेना-शिंदे नेता गुलाबराव पाटिल ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह जलगांव ग्रामीण सीट से विधायक हैं। उत्तर महाराष्ट्र में शिवसेना (शिंदे) का बड़ा चेहरा हैं। वह मराठा समुदाय से आते हैं। पहले पान का ठेला चलाते थे लेकिन शिंदे सरकार में जल आपूर्ति मंत्री थे। उद्धव ठाकरे सरकार में भी मंत्री थे। फडणवीस की पहली सरकार में सहकारिता राज्यमंत्री थे।
गिरीश महाजन ने मंत्री पद की शपथ ली है। वह खानदेश रीज़न के बड़े OBC नेता हैं। वह जामनेर से जीतकर आए हैं। 1995 से लगातार विधायक हैं और फडणवीस और शिंदे सरकार में मंत्री रहे हैं।
राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मंत्री पद की शपथ ली है। पश्चिम महाराष्ट्र में मराठा समाज के नेता हैं। शरद पवार परिवार के धुर विरोधी नेता माने जाते हैं। शिरडी सीट से 1995 से लगातार जीत रहे हैं। 2019 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए। 6 मुख्यमंत्रियों की कैबिनेट में मंत्री रहे।
चंद्रकात पाटिल ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। एकनाथ शिंदे की सरकार में भी वह मंत्री रहे हैं। फडणवीस की पहली कैबिनेट में राजस्व मंत्री भी रहे हैं।
हसन मुश्रीफ ने मंत्री पद की शपथ ले ली है। वह लगातार छठी बार विधायक बने हैं।
सिर्फ ढाई साल के लिए ही मंत्री बनेंगे विधायक