केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह फिर से अपने बेगुसराय लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां 13 मई को चौथे चरण में मतदान होगा। गिरिराज, जिन्होंने 2019 के चुनावों में तत्कालीन सीपीआई के उम्मीदवार कन्हैया कुमार को हराया था। उनका मुकाबला इस बार सीपीआई के इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार अवधेश कुमार राय से है। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के साथ एक साक्षात्कार में गिरिराज सिंह ने बीजेपी में दलबदलुओं को शामिल करने और पीएम नरेंद्र मोदी और विपक्षी नेताओं के बीच विवाद सहित कई मुद्दों पर बातचीत की। आइए हम आपको गिरिराज सिंह की बातचीत के कुछ अंश बताते हैं। गिरिराज सिंह ने इस बातचीत में कांग्रेस पार्टी, कन्हैया कुमार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तेजस्वी यादव के बारे में खुलकर बातचीत की है।
तेजस्वी यादव के मछली खाने वाले वीडियो और पीएम मोदी के उस पर तंज के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी घबराये हुए हैं। वे निराश हैं। वे नहीं जानते कि भारत में क्षेत्रीय विविधता के अनुसार भाषा और पानी बदल जाते हैं। उत्तर भारत में बिहार, यूपी, राजस्थान आदि की संस्कृति बंगाल या तमिलनाडु से भिन्न हैं। बंगाल में मछली खाना जनता की संस्कृति का हिस्सा है। बिहार में, जहां से तेजस्वी यादव आते हैं, मछली को धार्मिक अनुष्ठान के हिस्से के रूप में नहीं खाया जाता है। विपक्ष के अग्निवीर योजना के विरोध पर उन्होंने कहा कि अग्निवीर क्या है? आपको उन युवाओं का साक्षात्कार लेना चाहिए जो इस योजना से जुड़ रहे हैं। अग्निवीर में यदि सेना में एक व्यक्ति की आवश्यकता होती है तो वे पांच नियुक्त करते हैं। चार-पांच साल तक रखते हैं। वे उन सभी को काम के लिए प्रशिक्षित करते हैं और फिर चार में से एक को रख लेते हैं। तीन अन्य अब प्रशिक्षित हैं।
पाकिस्तान के हाफिज सईद के करीबी आतंकवादी की हत्या के पीछे भारत के हाथ वाले सवाल पर गिरिराज ने कहा कि हमारे बिहार में एक कहावत है- चोरों को सारे नजर आते हैं चोर। पाकिस्तान हमेशा से भारत में आतंकवाद को प्रायोजित करता रहा है। जब नरेंद्र मोदी सरकार आई तो जिसको भी भेजा उसको धूल चटाने का काम किया है। अब उनके अपने ही देश में कई आतंकवादी हैं। बोए बबूल तो आम कहां से होई (जैसा बोओगे, वैसा काटोगे)। वे अब (पाकिस्तान) अंदर ही टकरा रहे हैं। इसलिए, जब पाकिस्तान अंदर की हकीकत को स्वीकार नहीं कर पा रहा है तो वह भारत पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहा है। बीजेपी में अन्य दलों के नेताओं के शामिल होने पर सिंह ने कहा कि भारत एक ऐसी जगह है जहां विभिन्न समुदायों के लोग रहते हैं। हमारा एक धर्म है जिसमें जो भी सन्यासी बनता है उसकी जाति से कोई फर्क नहीं पड़ता और वे सिर्फ संन्यासी बन जाते हैं। गंगा में जो मिला वो गंगा हो गया। बिहार में चुनावी मुद्दे को लेकर किए गए सवाल के जवाब में गिरिराज ने कहा कि हमारा मुद्दा केवल विकास है; विकास के अलावा कुछ नहीं। हमारे विरोधियों का मुख्य चेहरा लालू यादव हैं। वह लूट, हिंसा और जंगलराज के प्रतीक थे और उन्होंने कभी युवाओं को रोजगार नहीं दिया। अब उनके बेटे यह दावा करने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने यहां सरकार में रहते हुए 17 महीने में (युवाओं को) रोजगार दिया। लेकिन वह यह नहीं बताते कि उनके अधीन रहे पांच विभागों में कितनी नौकरियां दी गईं।