हमारे सुरक्षाकर्मियों ने पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा।’ इसी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव 2024 में पाकिस्तान की एंट्री कराई। शाह और नीतीश कुमार ने कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस नीत विपक्षी गठबंधन पर आतंकवाद के मुद्दे को लेकर नरम रुख अपनाने की बात कही। इसके अलावा वंचित जातियों के उत्थान के प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि सत्ता में उनकी वापसी से देश में गरीबी, दंगे, अत्याचार और हिंसा बढ़ेगी। अमित शाह ने अपनी पार्टी को नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को अपना पहला ओबीसी प्रधानमंत्री देने का श्रेय भी दिया, जिन्होंने परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को खत्म कर दिया है।
अमित शाह ने कहा, ‘मोदी ने नक्सलवाद का सफाया कर दिया और आतंकवाद पर लगाम लगाई। जब कांग्रेस सत्ता में थी तो आतंकवादी मनमर्जी से हमले करते थे और कोई जवाबी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। इसके विपरीत उरी और पुलवामा में हमलों के तुरंत बाद सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट हवाई हमले किए गए। हमारे सुरक्षाकर्मियों ने पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा।’
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा चुनावी रैलियों में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का मुद्दा उठाने पर आपत्ति जताने के लिए उनकी आलोचना की और कहा, ‘यह न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश से जुड़ा मामला है। राजस्थान और बिहार के लोगों ने वहां उग्रवाद से लड़ते हुए अपना खून बहाया है। अब कश्मीर देश के बाकी हिस्सों के साथ पूरी तरह से एकीकृत हो गया है।’