जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों के नेताओं के द्वारा चुनाव प्रचार जोर-शोर से किया जा रहा है। इस बीच पीएम मोदी भी चुनावी रैली को संबोधित करने डोडा पहुंचे। यहां पीएम मोदी ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा, ‘आप सब यहां डोडा, किश्तवाड़ और रामबन के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे हैं। यहां आने के लिए आपने घंटों सफर किया है। इसके बावजूद आपके चेहरे पर थकान का नामोनिशान नहीं दिख रहा और चारों तरफ जोश ही जोश है। आपके इस प्यार को मैं दोगुनी-तिगुनी मेहनत करके चुकाऊंगा। हम और आप मिल करके एक सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर का निर्माण करेंगे और ये मोदी की गारंटी है।’
उन्होंने कहा, ‘इस बार जम्मू-कश्मीर का चुनाव, जम्मू-कश्मीर का भाग्य तय करने वाला है। आजादी के बाद से ही हमारा प्यारा जम्मू-कश्मीर विदेशी ताकतों के निशाने पर आ गया। इसके बाद इस राज्य को परिवारवाद ने खोखला करना शुरू कर दिया। यहां जिन राजनीतिक दलों पर आपने भरोसा किया, उन्होंने आपके बच्चों की चिंता नहीं की। उनकी राजनीतिक दलों ने सिर्फ और सिर्फ अपने बच्चों को आगे बढ़ाया। जम्मू-कश्मीर के मेरे नौजवान आतंकवाद में पिसते रहे और परिवारवाद को आगे बढ़ाने वाली पार्टियां आपको गुमराह करके मौज काटती रहीं। इन लोगों ने जम्मू-कश्मीर में नए नेतृत्व को कहीं भी कभी भी उभरने ही नहीं दिया।’
पीएम ने कहा, ‘आप भी जानते हैं यहां 2000 के बाद पंचायत के चुनाव नहीं हुए, यहां बीडीसी के चुनाव कभी हुए ही नहीं। दशकों तक यहां परिवारवाद ने यहां के बच्चों को यहां के होनहार नौजवानों को आगे नहीं आने दिया और इसलिए ही 2014 में सरकार में आने के बाद मैंने जम्मू-कश्मीर में नौजवानों की नई लीडरशिप को आगे लाने का प्रयास किया है। फिर 2018 में यहां पंचायत के चुनाव कराए गए, 2019 में बीडीसी के चुनाव हुए और 2020 में पहली बार डीडीसी के चुनाव कराए गए। ये चुनाव इसलिए कराए गए ताकि जम्मू-कश्मीर में डेमोक्रेसी ग्रॉस रूट तक पहुंचे और युवा जम्हूरियत की कमान संभालने के लिए आगे आए। परिवारवाद की राजनीति करने वाले नहीं चाहते थे कि यहां के नौजवान राजनीति में आगे आएं। बीते सालों में जम्मू-कश्मीर में विकास का नया दौर आया है। इसका क्रेडिट इन्ही नौजवानों का है। मैं आज जम्मू-कश्मीर के युवा को, चाहे वो बेटी हो या बेटा हो, उनके जोश और जज्बे को सैल्यूट करता हूं।’