महाराष्ट्र के नंदुरबार में ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान और देश के अन्य हिस्सों में गणपति जुलूसों के दौरान हुई झड़प और पत्थरबाजी की घटनाओं पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी ने बड़ा बयान दिया है। आजमी ने इन घटनाओं पर बोलते हुए कहा कि ‘एक्शन का रिएक्शन होता है जबकि ऐसा नहीं होना चहिए।’ उन्होंने कहा कि मैंने कई बार सरकार से मांग की है कि मस्जिद के सामने जुलूस में ढोल-पटाखों पर पाबंदी लगाई जाए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने पथराव की घटनाओं पर कहा कि यही वजह है कि एक्शन का रिएक्शन होता है।
अबू आजमी ने सरकार पर भड़कते हुए कहा कि वह खुद ही चाहती है कि दंगे हों क्योंकि चुनाव पास होने की वजह से पोलराइजेशन को बढ़ावा देने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैंने आज माइनॉरिटी कमीशन से शिकायत की है और उन्हें इस मामले (नंदुरबार झड़प) में दखल देने की गुहार लगाई है। सरकार और प्रशासन सुस्त बैठा है। सरकार ख़ुद ही चाहती है कि दंगे हों जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। इतनी बड़ी मात्रा में पत्थर आते हैं और एक्शन का रिएक्शन होता है। चुनाव सामने हैं इसलिए सरकार पोलराइजेशन करने के लिए इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रही है।’
बीजेपी नेता नितेश राणे के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। सपा नेता ने कहा, ‘नितेश राणे ने कहा कि 24 घंटे पुलिस को छुट्टी दे दो और मैदान में उतरो। ऐसा ही बयान अकबरुद्दीन ओवैसी ने दिया था। उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ लेकिन नितेश राणे के खिलाफ न तो मामला दर्ज होगा और न ही कार्रवाई होगी। इसके पहले भी उन्होंने इस तरह के बयान दिए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि उनको सरकार का समर्थन है। पैन कार्ड जिहाद, लव जिहाद, लैंड जिहाद यह सब बकवास है। ये लोग जिहाद जैसे पवित्र शब्दों को बदनाम कर रहे हैं। वे सिर्फ चुनाव की राजनीति कर रहे।