पीएम मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के 116वें एपिसोड को संबोधित किया। पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारित किया गया। मन की बात का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों पर किया गया। वहीं भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मन की बात कार्यक्रम को अलग-अलग जगहों से सुना। पीएम मोदी ने कहा कि आज एनसीसी दिवस है। मैं स्वयं ही एनसीसी कैडेट रहा हूं। एनसीसी युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करती है। जब भी कहीं आपदा होती है तो वहां मदद के लिए एनसीसी के कैडेट्स जरूर मौजूद होते हैं। आज एनसीसी को मजबूत करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। अब एनसीसी में गर्ल्स कैडेट्स की संख्या 40 प्रतिशत अधिक हो गई है।
पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात में अक्सर ऐसे युवाओं की चर्चा करते हैं जो निस्वार्थ भाव से समाज के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे कई युवा हैं जो लोगों की समस्याओं का समाधान निकालने में जुटे हैं। लखनऊ के विरेंद्र अपने क्षेत्र के बुजुर्गों की टेक्नॉलॉजी के मामले में जागरूक कर रहे हैं। कई शहरों में युवा बुजुर्गों को डिजिटल क्रांति में भागीदार बनाने के लिए आगे आ रहे हैं। भोपाल के महेश ने कई बुजुर्गों को मोबाइल से पेमेंट करने के बारे में जागरूक कर रहे हैं। इसके अलावा डिजिटल अरेस्ट से बचाने के लिए भी युवा लोगों को जागरूक कर रहे हैं। पिछले एपिसोड में मैंने चर्चा की थी। इस तरह के अपराध के शिकार ज्यादातर बुजुर्ग ही बनते हैं। हमें लोगों को समझाना होगा कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई भी प्रावधान नहीं है। मुझे खुशी है कि युवा साथी इस काम में हिस्सा ले रहे हैं और दूसरों को भी प्रेरित कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी ने बचपन में गौरैया को देखा होगा। हमारे आसपास बायो डायवर्सिटी को बनाए रखने में गौरैया का अहम योगदान होता है। बढ़ते शहरीकरण की वजह से गौरैया हमसे दूर चली गई है। आज की पीढ़ी के बच्चे सिर्फ तस्वीरों में इस पक्षी को देखा है। अब इस पक्षी की वापसी के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। आप भी अपने आसपास प्रयास करेंगे तो गौरैया हमारे जीवन का हिस्सा बन जाएगी।