महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने एक बार फिर शरद पवार के प्रति अपनी निष्ठा जताई है। उन्होंने कहा, “हमने शरद पवार को कल भी भगवान माना था, और आज भी मानते हैं।” यह बयान उन्होंने पिंपरी में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया, जो कि विधानसभा के उपाध्यक्ष अन्ना बनसोडे के सम्मान में रखा गया था।
हालांकि एनसीपी में दो गुट हो चुके हैं, लेकिन दोनों ही पक्ष अक्सर शरद पवार को अपना मार्गदर्शक बताते हैं। अजित पवार के इस बयान से एक बार फिर सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या एनसीपी के दोनों धड़े भविष्य में एक हो सकते हैं?
मोदी की वैश्विक प्रतिष्ठा की तारीफ
अजित पवार ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि, “आज देश को मोदी जैसा नेता मिल गया है। दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे संबंध बेहतर हुए हैं।”
अमेरिका द्वारा आयात शुल्क बढ़ाए जाने पर उन्होंने कहा कि यह एक नई वैश्विक चुनौती है, लेकिन भारत को इससे निपटने का फायदा मोदी के मजबूत वैश्विक रिश्तों से मिलेगा।
राजनीतिक निर्णय पर दी सफाई
अजित पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने राजनीतिक रूप से जो रास्ता चुना है, वो सोच-समझकर लिया गया फैसला है। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा, “कुछ लोग अब भी खेती कर रहे हैं, पर देखिए अन्ना तालाब और बागीचे की जगह कहां पहुंच गए।” यह बयान संभवत: उन लोगों के लिए था जो अभी भी राजनीतिक उम्मीदें पाले बैठे हैं।
अन्ना बनसोडे को दी जिम्मेदारी की सीख
अपने भाषण में अजित पवार ने अन्ना बनसोडे के संघर्ष और सफलता की सराहना की। उन्होंने उन्हें जिम्मेदारी के साथ काम करने की सलाह दी और कहा कि, “अब सबकी निगाहें आप पर होंगी। आप जो बोलेंगे और जैसा व्यवहार करेंगे, उससे पूरे परिवार की छवि जुड़ी होगी।” उन्होंने कानून-व्यवस्था बनाए रखने की बात कहते हुए कहा, “अब कोई गैंग इधर-उधर काम नहीं करेगा। पुणे को कानून का आदर्श मॉडल बनाएंगे।”