गुजरात से कांग्रेस का नया सियासी मिशन – “न्याय पथ”

कांग्रेस ने अहमदाबाद में आयोजित अपने दो दिवसीय अधिवेशन में बीजेपी के खिलाफ संघर्ष की नई रणनीति तैयार की है। यह रणनीति सामाजिक न्याय, दलित और ओबीसी समुदायों के अधिकारों की रक्षा तथा संविधान को बचाने पर केंद्रित है। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह बीजेपी के हिंदुत्व आधारित एजेंडे का मुकाबला केवल राजनीतिक रूप से नहीं, बल्कि वैचारिक स्तर पर भी करेगी। अधिवेशन में जातीय जनगणना को लेकर बड़ा ऐलान किया गया है, साथ ही आरक्षण की वर्तमान 50% सीमा को खत्म करने और वंचित वर्गों को उनका हक दिलाने की बात कही गई है। कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा उसकी प्राथमिकता है, और इसके लिए वह हर मोर्चे पर बीजेपी से भिड़ने को तैयार है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात, जिसे बीजेपी की सियासी प्रयोगशाला माना जाता है, वहां कांग्रेस ने दो दिवसीय अधिवेशन के बाद अपने आगामी राजनीतिक रोडमैप की घोषणा की है। पार्टी ने इस रणनीति को “न्याय पथ” नाम दिया है, जो वैचारिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर बीजेपी और संघ से मुकाबला करने की योजना को दर्शाता है।

वैचारिक लड़ाई का ऐलान

कांग्रेस ने यह साफ किया है कि वह अब केवल पारंपरिक राजनीति नहीं करेगी, बल्कि बीजेपी की विचारधारा को वैचारिक स्तर पर चुनौती देगी। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच लड़ाई केवल चुनावी नहीं, बल्कि विचारधाराओं की है। उन्होंने कहा कि जिन दलों की वैचारिक स्पष्टता नहीं है, वे बीजेपी और संघ का मुकाबला नहीं कर सकते।

राष्ट्रवाद बनाम ‘छद्म राष्ट्रवाद’

अधिवेशन में कांग्रेस ने खुद को संविधान और लोकतंत्र का रक्षक बताया। पार्टी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस का राष्ट्रवाद लोगों को जोड़ता है, जबकि बीजेपी और आरएसएस का ‘छद्म राष्ट्रवाद’ समाज को बांटने का काम करता है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, और “400 पार” जैसे नारों से संविधान बदलने की धमकी दे रही है।

सामाजिक न्याय को बनाया हथियार

बीजेपी के धार्मिक ध्रुवीकरण के जवाब में कांग्रेस ने सामाजिक न्याय को अपना एजेंडा बनाया है। राहुल गांधी ने ओबीसी, दलित और अल्पसंख्यकों के हक़ की बात करते हुए कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने पर जातीय जनगणना कराएगी और आरक्षण की 50% सीमा को खत्म करेगी। साथ ही एससी-एसटी सब-प्लान को कानूनी रूप देने की भी बात कही गई।

बीजेपी पर सामाजिक वर्गों की अनदेखी का आरोप

कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने ओबीसी, एससी और एसटी वर्गों के आरक्षण और बजट में कटौती कर उनके हितों की अनदेखी की है। पार्टी ने कहा कि ये सब बीजेपी की दलित-विरोधी और ओबीसी-विरोधी सोच को दर्शाता है।

इंडिया गठबंधन पर कांग्रेस का भरोसा

कांग्रेस ने अपने अधिवेशन में इंडिया गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि संसद में कई अहम मुद्दों पर इंडिया ब्लॉक एकजुट रहा है और यह एकता आगे भी बरकरार रहेगी। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि इंडिया गठबंधन को कांग्रेस ने न केवल बनाया है, बल्कि आगे भी इसे मज़बूती से आगे बढ़ाया जाएगा।

गुजरात को लेकर बड़ी रणनीति

तीन दशक से गुजरात की सत्ता से बाहर कांग्रेस ने अब इसे फतह करने का लक्ष्य रखा है। पार्टी मानती है कि अगर बीजेपी को केंद्र की सत्ता से हटाना है, तो शुरुआत गुजरात से ही करनी होगी। गांधी और पटेल की धरती पर आयोजित अधिवेशन से कांग्रेस ने 2027 विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है।

संगठन को मिलेगा नया रूप

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने पार्टी नेताओं को कड़ी चेतावनी दी कि जो लोग काम नहीं करना चाहते, उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए। उन्होंने संगठन को मज़बूत करने की दिशा में जिला अध्यक्षों को ज्यादा अधिकार देने और उम्मीदवार चयन में उन्हें शामिल करने का एलान किया।

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