मेहसाणा दूधसागर डेयरी सागर दान घोटाला मामले में मेहसाणा कोर्ट ने डेरी के तत्कालीन अध्यक्ष विपुल चौधरी सहित 15 आरोपियों को 7 साल की सजा सुनाई है
मेहसाणा कोर्ट में 22.50 करोड़ के दूधसागर डेयरी घोटाला मामले में कोर्ट ने आज विपुल चौधरी समेत 15 आरोपियों को 7 साल की सजा सुनाई है विपुल चौधरी 1995 में पहली बार भाजपा के टिकट से विधायक चुने गए थे और केशुभाई सर्कार में मंत्री बने बाद में उन्ही की सरकार गिराने में शंकर सिंह वाघेला का साथ दिया
इससे पहले एसीबी ने भी विपुल चौधरी को गिरफ्तार किया था।उन पर आरोप था की मेहसाणा दूध सागर डेयरी का चेयरमैन रहते विपुल चौधरी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वित्तीय अनियमितताएं कीं।उन्होंने पत्नी गीताबेन, पुत्र पवन चौधरी और चार्टर्ड अकाउंटेंट शैलेष परीख के नाम से कंपनियां बनाकर मिल्क कूलर और सूत की बोरियों की खरीद की थी |