आंध्रप्रदेश की 25 लोकसभा सीटों पर एनडीए में बंटवारे पर जल्द मुहर लग सकती है। दिल्ली में तेलगूदेशम पार्टी के प्रमुख चंद्राबाबू नायडू और जनसेना नेता पवन कल्याण के साथ बीजेपी के नेताओं की मीटिंग जल्द ही सहमति पर फैसला हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी की डिमांड को देखते हुए तेलगूदेशम 6 लोकसभा सीट देने के लिए राजी हो गई है।
इसके अलावा विधानसभा चुनाव में भी दोनों दल साथ आएंगे। टीडीपी और जनसेना ने विधानसभा की 99 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। 24 सीटों पर जनसेना पार्टी चुनाव लड़ रही है। बाकी बची 57 सीटों पर घोषणा के लिए दोनों पार्टियां बीजेपी के फैसले का इंतजार कर रही है। बीजेपी अपने 370 सीटों के लक्ष्य हासिल करने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोकसभा में कैंडिडेट उतारना चाहती है।सूत्रों के अनुसार, विधानसभा में वह कम सीट लेने के लिए राजी हो गई है। सहमति बनी तो बीजेपी को लोकसभा में 6 और विधानसभा में 15 सीटें मिल सकती हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले तेलगूदेशम ने विशेष राज्य के मुद्दे पर एनडीए का दामन छोड़ दिया था। इसका असर यह रहा कि लोकसभा चुनाव में टीडीपी 3 लोकसभा सीट पर सिमट गई। विधानसभा में उसे 23 सीटें मिलीं। जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस ने 151 सीचें जीत लीं
बीजेपी का लोकसभा और विधानसभा में खाता नहीं खुला। दोनों चुनावों में टीडीपी का वोट शेयर 39 प्रतिशत के करीब रहा मगर बीजेपी को एक फीसदी से कम वोट मिले थे।लोकसभा चुनाव में बीजेपी 50 फीसदी वोट हासिल करना चाहती है, इसलिए वह अपने सहयोगियों से लोकसभा में ज्यादा सीटें मांग रही है।ओडिशा में भी बीजेडी से ज्यादा सीटें बीजेपी को मिलने की अटकलें लगाई जा रही है। लोकसभा की सीटों के बदले बीजेपी सहयोगियों को विधानसभा में ज्यादा सीटें ऑफर कर रही है।
टीडीपी ने पहले बीजेपी को चार सीटों का प्रस्ताव दिया था, मगर बीजेपी 8 सीटों की डिमांड कर रही थी।सूत्रों के अनुसार, अब टीडीपी और जनसेना अपने सहयोगी बीजेपी को 6 सीट देने को राजी हो गई है। बीजेपी को तिरुपते, अराकू, विजयवाड़ा, राजमुंदरी, राजमपेट और हिंदूपुर लोकसभा सीट मिल सकती है, मगर उसे विधानसभा में 15 सीटों से संतोष करना पड़ेगा।