जिनपिंग का नौ साल बाद चीन के सबसे बड़े सैन्य पुनर्गठन का आदेश, ‘साइबर युद्ध’ पर ड्रैगन की नजर!

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2015 के बाद से देश की सेना के सबसे बड़े पुनर्गठन का आदेश दिया है, जो साइबर युद्ध सहित सेना की क्षमताओं को प्रभावित करता है। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने बताया है कि चीन ने स्ट्रैटेजिक सपोर्ट फोर्स को समाप्त कर दिया है। इस फोर्स को स्पेस, साइबर और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में क्षमताओं को बढ़ाने के लिए करीब आठ साल पहले बनाया गया था। स्ट्रैटेजिक सपोर्ट फोर्स की जगह राष्ट्रपति जिनपिंग ने इंफोर्मेशन सपोर्ट फोर्स नाम से नई ब्रान्च बनाने का फैसला लिया है। ये खासतौर से साइबर युद्ध की चुनौतियों पर ध्यान देगी। चीनी सेना का यह पुनर्गठन तब हो रहा है, जब वह वैश्विक प्रभाव की लड़ाई में अमेरिका के सामने है और साइबर हमले एक प्रमुख युद्धक्षेत्र के रूप में उभरे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड ने हाल में चीन पर लोकतांत्रिक संस्थानों को निशाना बनाने के लिए दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधि करने का आरोप भी लगाया है।

चीनी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एयरोस्पेस और साइबर यूनिट पहले रणनीतिक सहायता बल के तहत थीं, अब ये यूनिट संगठनात्मक रूप से नए बने इंफोर्मेशन सपोर्ट फोर्स के बराबर होंगी। स्ट्रैटेजिक सपोर्ट फोर्स के राजनीतिक कमिश्नर ली वेई अब इंफोर्मेशन सपोर्ट फोर्स में वही भूमिका निभाएंगे। इंफोर्मेशन सपोर्ट फोर्स के नए कमांडर बी यी को बनाया गया है। मंत्रालय ने कहा कि एयरोस्पेस यूनिट स्पेस का उपयोग करने और अंतरिक्ष संकट से निपटने में चीन की क्षमता में सुधार करेगी। सेना को लेकर कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व को दोहराते हुए शी ने कहा कि नई यूनिट साइबर सूचना प्रणाली के निर्माण और उपयोग में महत्वपूर्ण सहायता देगी।

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