राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि बिहार में अपराध का बोलबाला है। लेकिन इसी बीच उन्होंने अपराध को जाति से जोड़ दिया। हालांकि राजद के लिए ये कोई नई बात नहीं है। इससे पहले लालू यादव और राबड़ी देवी भी ऐसी राजनीति कर चुके हैं। तेजस्वी ने पत्रकारों से बातचीत में बिहार में कथित बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर प्रदेश की राजग सरकार पर प्रहार करते हुए लगाया, ‘राज्य में पूरी तरह से अपराधीकरण हो चुका है और अपराध का बोलबाला है।’ तेजस्वी यहीं नहीं रुके। उन्होंने छपरा में कुछ वारदातों को लेकर बिहार सरकार पर तीखे सवाल दागे। यहां तेजस्वी ने यादव समाज की बात कर अपराध को जाति से जोड़ दिया।
तेजस्वी ने आरोप लगाया, ‘छपरा में लगातार ऐसी घटनाएं घट रही हैं। लगातार यादव समाज के लोगों को वहां गोलियां मारी जा रही हैं।’ तेजस्वी का इशारा सारण संसदीय क्षेत्र में मतदान के बाद हुई हिंसा की ओर था। वहां 21 मई को दो गुटों के बीच हुई झड़प के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और दो अन्य लोग घायल हो गए थे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजद द्वारा अपराध को लेकर उठाए गए सवाल पर कहा कि जिसके शासनकाल में नरसंहारों एवं फिरौती के लिए अपहरण का अंतहीन सिलसिला रहा हो, अपराधियों को संरक्षण देकर जिसने पूरे बिहार में डेढ़ दशक तक भय एवं दहशत का माहौल बना कर रखा, उसे आज अपराध पर बोलने का कोई नैतिक हक नहीं है।