प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश को दो करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं की सौगात दी है। उन्होंने विशाखापत्तनम हरित ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि आंध प्रदेश अपनी नवोन्मेषी प्रकृति के कारण सूचना और प्रौद्योगिकी का इतना बड़ा केंद्र बना है लेकिन अब समय है कि दक्षिण का यह महत्वपूर्ण राज्य नयी भविष्योन्मुखी प्रौद्योगिकी का केंद्र बने।
वर्ष 2024 में लगातार तीसरी बार पीएम का पद संभालने के बाद मोदी की राज्य की यह पहली यात्रा थी। आंध्र प्रदेश में टीडीपी, बीजेपी और जनसेना के गठजोड़ ने केंद्र में एनडीए की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण की मौजूदगी में डिजिटल माध्यम से विशाखापत्तनम के पास पुदीमदका में अत्याधुनिक एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की हरित हाइड्रोजन हब परियोजना की आधारशिला भी रखी। यह राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत पहला हरित हाइड्रोजन हब है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आंध्र प्रदेश अपनी नवोन्मेषी प्रकृति के कारण सूचना और प्रौद्योगिकी का इतना बड़ा केंद्र है। अब समय है कि आंध्र नयी भविष्योन्मुखी प्रौद्योगिकी का केंद्र बने। हमें उभरती हुई तकनीकों का नेतृत्व करना चाहिए, जैसे कि हरित हाइड्रोजन का उपयोग, जो भविष्य का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है।’’ उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन शुरू किया गया था और हमारा लक्ष्य 2030 तक 50 लाख मीट्रिक टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए शुरुआत में दो हरित हाइड्रोजन हब शुरू किए जाएंगे, जिनमें से एक केन्द्र विशाखापट्टनम में स्थापित किया जा रहा है।