कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को बिहार के बेगूसराय में आयोजित ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा के दौरान बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश में आरक्षण की जो 50 फीसदी की सीमा है, वो सामाजिक न्याय के रास्ते में रुकावट बन गई है और वे इसे खत्म कर देना चाहते हैं।
राहुल गांधी ने कहा, “मैं 50 फीसदी आरक्षण की इस दीवार को तोड़कर फेंक दूंगा। आज देश को सिर्फ 10-15 लोग चला रहे हैं। ये वही लोग हैं जिनके पास सारा धन और सत्ता है।”
जातीय जनगणना को बताया ज़रूरी कदम
राहुल गांधी ने जातीय जनगणना को एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश की असली सामाजिक और आर्थिक सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह इस जनगणना को रोकने की कोशिश कर रही है, लेकिन अब इसे कोई ताकत रोक नहीं सकती।
कांग्रेस में आंतरिक बदलाव की बात
राहुल गांधी ने माना कि कांग्रेस ने बिहार में पहले वह काम नहीं किया जो उसे करना चाहिए था। उन्होंने कहा, “पहले हमारे जिलाध्यक्षों में दो-तिहाई लोग ऊंची जातियों से थे, लेकिन अब हमने बदलाव कर दिया है। अब दो-तिहाई नेतृत्व दलित और पिछड़े वर्गों से आता है। अब हम बिहार के कमजोर तबकों के लिए मजबूती से काम करेंगे।”
रोजगार और सरकारी नौकरियों पर फोकस
राहुल गांधी ने सरकारी नौकरियों में कमी को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी चाहिए, लेकिन सरकार इस दिशा में गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा, “हमें अपनी आवाज़ बुलंद करनी होगी ताकि सरकार पर दबाव बने और युवाओं को रोजगार मिल सके।”
इस पदयात्रा में कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता, छात्र और युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए। उन्होंने हाथों में पार्टी के झंडे और तख्तियां लेकर रक्षा बलों में खाली पद भरने और सरकारी नौकरियों में बढ़ोतरी की मांग की।